FD और RD में क्या फर्क होता है? समझिए आसान भाषा में..!

जब भी थोड़े पैसे बचते हैं, तो हमारे घर वाले अकसर कहते हैं— "Fixed Deposit करवा लो" या "Recurring Deposit ठीक रहेगा।" लेकिन बहुत लोग अब भी कन्फ्यूज रहते हैं कि FD और RD में फर्क क्या होता है, और किसमें पैसा लगाना ज्यादा फायदेमंद रहेगा। चलिए, आज इसे आसान भाषा में समझते हैं।


1. FD (Fixed Deposit) क्या होता है?

Fixed Deposit यानी तयशुदा जमा। इसमें आप एक बार में एक मोटी रकम बैंक में जमा करते हैं, और उस पर बैंक एक तय ब्याज (interest) देता है।

जैसे: अगर आपने 50,000 रुपये की FD करवाई 5 साल के लिए, तो बैंक आपको हर साल उस पर ब्याज देता रहेगा, और 5 साल बाद पूरा पैसा ब्याज समेत मिल जाएगा।

फायदा:

एक बार पैसा डालो, फिर टेंशन नहीं।

ब्याज की दर सेविंग अकाउंट से ज्यादा होती है।

सुरक्षित और भरोसेमंद तरीका है निवेश का। 


2. RD (Recurring Deposit) क्या होता है?

Recurring Deposit यानी बार-बार जमा करने वाली योजना। इसमें हर महीने एक तय रकम आप बैंक में जमा करते हैं।

जैसे: आप हर महीने 2000 रुपये जमा करते हैं, तो 5 साल बाद पूरा पैसा और उस पर ब्याज मिलेगा।

फायदा:

कमाई से हर महीने थोड़ा-थोड़ा बचा सकते हैं।

सिस्टमैटिक सेविंग की आदत बनती है।

छोटे इन्वेस्टमेंट से बड़ा फंड तैयार हो सकता है।


FD और RD में फर्क क्या है ? 


कौन बेहतर है आपके लिए?

अगर आपके पास अभी एकमुश्त पैसे हैं, तो FD बेस्ट है। लेकिन अगर आप हर महीने थोड़ा-थोड़ा बचा सकते हैं, तो RD आपके लिए सही रहेगा।

FD और RD दोनों ही सुरक्षित निवेश के तरीके हैं, खासकर जब शेयर बाजार या म्यूचुअल फंड जैसे रिस्की ऑप्शन आपके बस की बात न हों। अपने बजट और ज़रूरत के हिसाब से फैसला लें।


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